क्या आप जानते हैं कि ब्रेन हेमरेज क्या होता है? और इसके क्या कारण है? ब्रेन हेमरेज के क्या लक्षण है और इससे बचाव के क्या उपाय है। आज मैं आपको ब्रेन हेमरेज से जुड़ी सभी जानकारियां देने वाला हूं तो पोस्ट को आखिर तक जरूर पढ़ें।
ब्रेन हेमरेज क्या होता है?
ब्रेन हेमरेज एक तरह का स्ट्रोक होता है। स्ट्रोक भी कई प्रकार के होते हैं जिनमें से एक है ब्रेन हेमरेज यह एक सबसे खतरनाक तरह का स्ट्रोक होता है, जो मस्तिष्क में ब्लड प्रेशर के अधिक हो जाने के कारण होता है, इसमें ब्रेन के अंदर रक्त नलिका में लीकेज आ जाती है अथवा मस्तिष्क के भीतर का धमनी फट जाता है जिसके कारण मस्तिष्क में रक्तस्राव होने लगता है, और इसकी वजह से ब्रेन डैमेज होने लगता है,ब्रेन हेमरेज में ब्रेन के भीतर भी लीकेज हो सकता है या फिर मस्तिष्क के सतह पर, इससे ब्रेन हेमरेज हो जाता है और इसे ही ब्रेन हेमरेज कहा जाता है।
ब्रेन हेमरेज के होने के क्या –क्या कारण है?
अत्याधिक ब्लड प्रेशर के कारण जो कि ब्लड वेसल को डैमेज कर देता है जिसकी वजह से ब्लड वेसल्स फट जाती है।
सिर में किसी प्रकार के गंभीर चोट की वजह से ब्रेन हेमरेज हो सकता है।
ब्लड वेसल वॉल में बनने वाला एक वीक स्पॉट जो कि बड़ा होने के वजह से फट जाता है और इससे भी ब्रेन हेमरेज हो सकता है।
प्रेगनेंसी या गर्भावस्था की स्थिति में इससे संबंधित स्थितियां जिनमें कई कारण शामिल है जैसे कि इक्लैंपशिया, नियोनेटल पोस्टपार्टम वेस्कुलोपैथी आदि।
ब्लड वेसल वाल्स में असाधारण कॉलेजन फॉर्मेशन से संबंधित स्थितियां निर्मित होना जिसकी वजह से वाल्स कमजोर हो जाती है और इससे धमनी फट जाती है।
ब्रेन ट्यूमर जोकि एक प्रकार के ब्रेन टिशु को प्रेस करने का कार्य करते हैं जिसके परिणाम स्वरूप मस्तिष्क में ब्लीडिंग होने लगता है और इससे भी ब्रेन हेमरेज के होने का खतरा बना रहता है।
धूम्रपान करने के कारण जैसे कि स्मोकिंग करना और शराब का अत्यधिक सेवन करना या अवैध तरीके से ड्रग्स कोकीन आदि खतरनाक चीजों का इस्तेमाल करने से जो हमारे शरीर के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं इसके इस्तेमाल से भी ब्रेन हेमरेज होने की पूरी संभावना रहती है।
ब्रेन हेमरेज के क्या लक्षण है?
साधारण तौर पर ब्रेन हेमरेज के अनेक लक्षण हो सकते हैं जिनमें से कुछ नीचे अंकित है:–
अचानक अत्यधिक मात्रा में चक्कर आना ब्रेन हेमरेज का संकेत हो सकता है।
अत्यधिक मात्रा में सिर दर्द होना भी इसका संकेत हो सकता है।
वोमेटिंग या उल्टी होना इसका संकेत हो सकता है।
कभी-कभी अचानक कमजोरी आना और कभी हाथ , पैर या फिर चेहरे पर पैरालिसिस अर्थात सुन हो जाना।
जब किसी व्यक्ति को ब्रेन हेमरेज का स्ट्रोक होता है या अटैक आता है तो उसे तुरंत बिना किसी देरी किए हॉस्पिटल ले जाएं।
किसी भी प्रकार के भोजन को चबाते हुए या निगलते समय परेशानी होना।
पढ़ने लिखने या किसी भी बारे में सोचने और टेंशन आने और भी कारणों में परेशानी होना ब्रेन के लिए खतरनाक हो सकता है।
ब्रेन हेमरेज के क्या इलाज या क्या उपचार है?
ब्रेन हेमरेज को ठीक करने का एक उपाय है सर्जरी। सर्जरी ब्रेन हेमरेज से संबंधित कई प्रकार के मामलों में सबसे उपयुक्त विकल्प माना जाता है सर्जरी कराने पर ब्रेन में जो भी ब्लड ब्लीडिंग हुई है उसे बैन कर दिया जाता और प्रेम के जिस पहाड़ पर क्षति हुई है अर्थात डैमेज हुआ हो उस स्थान पर ब्लड वेसल्स को रिपेयर कर दिया जाता है।
ब्लड प्रेशर और सिर दर्द को नियंत्रित करने के लिए अनेक प्रकार की दवाइयों का इस्तेमाल किया जाता है और ब्लड वेसल्स से एक लंबी पतली नली बाहर निकाली जाती है जोकि जो कि मस्तिष्क में पहले रक्त को सही स्थान पर ना पहुंचा दें।
ब्रेन हेमरेज का जहां तक कुछ इलाज हैं वही हमें कुछ सावधानियां बरतनी जोड़ रहे यह भी एक इलाज की तरह ही हमारे लिए साबित होते हैं जैसे कि–शराब ना पिए, किसी भी प्रकार का धूम्रपान ना करें और और किसी भी प्रकार का नशीला पदार्थ का इस्तेमाल बिल्कुल ना करें और बाइक अर्थात दो पहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करें अवश्य करें।
कार चलाते समय ट्रैफिक के सभी नियमों का पालन करें और सीट बेल्ट जरूर लगाएं।
संतुलित और स्वस्थ आहार का सेवन करें और अपने शरीर के वजन को संतुलित रखें प्रतिदिन योगा करें।